The Pocket Watch
In a small town, there lived a skilled watchmaker named Mr. Smith. One day, a young boy named Timmy visited him with a broken pocket watch that belonged to his late grandfather. Mr. Smith promised to repair it.
एक छोटे से गांव में एक कुशल घड़ी बनाने वाले शिल्पकार मिस्टर स्मिथ रहते थे। एक दिन, एक युवा लड़का टिमी नाम का उसके पास एक टूटी हुई जेब घड़ी लेकर आया, जो उसके दादा की थी। मिस्टर स्मिथ ने उसे ठीक करने का वादा किया।
As Mr. Smith worked on the watch, he noticed something unusual about it—it seemed to have a magical quality. When he finished repairing it, the watch started ticking again, and a warm light enveloped Timmy as he touched it.
जैसे ही मिस्टर स्मिथ ने घड़ी की मरम्मत की, उसमें कुछ असाधारण दिखाई दिया - ऐसा लग रहा था कि वह जादुई गुण रखती है। जब वह इसे ठीक करके खत्म कर दिया, तो घड़ी फिर से टिकने लगी, और जैसे ही टिमी ने इसे छूआ, एक गर्म रोशनी ने उसे लपेट लिया।
In an instant, Timmy found himself in a beautiful garden inside the pocket watch, where time stood still. He explored the magical garden, filled with wonder and peace. When he returned, he realized only a few seconds had passed in the real world.
एक पल में ही, टिमी ने खुद को घड़ी के अंदर एक खूबसूरत बगीचे में पाया, जहां समय ठहरा हुआ था। उसने जादुई बगीचे का अन्वेषण किया, जो आश्चर्य और शांति से भरा था। जब वह लौटा, तो उसे पता चला कि वास्तविक दुनिया में कुछ ही सेकंड बीत गए थे।
From that day on, Timmy treasured the pocket watch as a reminder of the magical adventures that could be found in unexpected places. And Mr. Smith continued repairing watches, but none held a secret as extraordinary as the one in the old pocket watch.
उस दिन से, टिमी ने घड़ी को अपने दादा के जादूई संग्रह के रूप में महत्व दिया, जो अप्रत्याशित स्थानों में मिलने वाले जादूई साहस के एक संदेश के रूप में था। और मिस्टर स्मिथ ने घड़ी की मरम्मत करना जारी रखा, लेकिन उसमें उस पुरानी जेब घड़ी की तरह असाधारण राज नहीं था।
Note:- If you find any kind of error in this post please comment with valid link.
0 Comments